हार्ट अटैक के लक्षण, कारण (Heart Attack Symptoms, Reason)
आज हम यहां जानेंगे कि हार्ट अटैक क्या होता है इसके लक्षण,कारण और इसका निवारण क्या होता है। हार्ट अटैक उसे स्थिति को कहा जाता है जब किसी मनुष्य के शरीर में खून की सप्लाई सही ढंग से नहीं हो पाती है तो उसे समय शरीर में खून जमने से ब्लड क्लोटिंग की क्रिया शुरू हो जाती है और इस स्थिति में मनुष्य के दिल तक ब्लड नहीं पहुंच पाता है और जिस कारण दिल को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है और इस स्थिति को ही हार्ट अटैक कहते हैं। और इसे मेडिकल की भाषा में हार्ट अटैक को(Myocardial Infarction) भी कहा जाता है।
वैसे तो हार्ट अटैक मनुष्य के लिए बहुत ही खतरनाक होता है लेकिन यदि उनके लक्षणों को पहचान कर और सही समय पर सही इलाज किया जाए तो आसानी से जान बचाई जा सकती है।
कॉमन हार्ट अटैक के लक्षण
सभी व्यक्तियों में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग होते हैं कुछ लोगों में हार्ट अटैक होने के समय काफी तेज दर्द का एहसास होता है तो वहीं कुछ लोगों को हार्ट अटैक के दौरान कम दर्द का एहसास होता है। लेकिन सभी व्यक्तियों में जब भी हार्ट अटैक आने की संभावना होती है तो कुछ आम लक्षण
1 सीने में दर्द होना (Chest Pain)
2 जकड़न होना (Tightness)
3 दोनों कंधों में दर्द (Shoulder Pain)
4 थकान महसूस होना (Tiredness)
5 सोने में परेशानी। (Trouble sleeping)
6 दिल की धड़कन का काफी तेज होना (Fast Heartbeat)
7 सांस फूलना (Breathlessness)
हार्ट अटैक आने पर जो सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं वह सभी लक्षण ऊपर बताए गए हैं लेकिन फिर भी जब किसी मनुष्य को हार्ट अटैक आता है तो सबसे पहले लोगों के सीने में तेज दर्द शुरू हो जाता है और यह ज्यादातर पुरुषों के साथ ही होता है महिलाओं के साथ नहीं। इसलिए जरूरी नहीं है कि यह लक्षण सिर्फ पुरुषों में ही पाए जाते हैं यह लक्षण स्त्रियों में भी हो सकते हैं। इसलिए सभी महिलाओं को हार्ट अटैक के इन लक्षणों को बिल्कुल नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।
महिलाओं में हार्ट अटैक के संकेत
महिलाओं में भी हार्ट अटैक के कुछ लक्षण होते हैं जैसे की
1 जबड़े में दर्द होना
जिस प्रकार पुरुषों में हार्ट अटैक आने पर उनके सीने में तेज दर्द शुरू हो जाता है। ठीक उसी प्रकार महिलाओं में भी जब हार्ट अटैक आता है तो उसका पहला और सामान्य लक्षण है, उनके जबड़े में दर्द होना और यह लक्षण पुरुष की तुलना में महिलाओं में ज्यादा ही देखे जाते हैं।
2 शरीर के ऊपरी भाग में दर्द
महिलाओं में हार्ट अटैक का दूसरा लक्षण यह है कि महिलाओं के सीने में और स्तन में दर्द होने के साथ-साथ शरीर के ऊपरी हिस्से में जैसे की गर्दन, पीठ, दांत, हाथ और कंधे की हड्डी में भी तेज दर्द होता है। ऐसे लक्षण महसूस होने पर महिलाओं को समझ आना चाहिए कि उन्हें हार्ट अटैक आया है।
3 बेचैनी और कमजोरी महसूस होना
बेचैनी और कमजोरी महसूस होना भी महिलाओं में हार्ट अटैक का एक सामान्य लक्षण है जब भी कभी बेचैनी और कमजोरी महसूस होने साथ ही चक्कर आना, सिर घूमना, जी मिचलाना, उल्टी होना, और पेट खराब होना यदि ऐसे लक्षण दिखाई दे, तो समझना चाहिए कि उन्हें हार्ट अटैक की समस्या हुई है।
4 पसीना आना
अचानक से काफी ज्यादा पसीना आना भी महिलाओं में हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है। ज्यादातर महिलाओं की उम्र जब 40 साल से अधिक हो जाती है। तो महिलाओं में हारमोंस के बदलाव के कारण अचानक पसीना आना नॉर्मल होता है लेकिन जब कभी अचानक बहुत ही ज्यादा पसीना आने लगे साथ ही ठंड लगने लगे तो यह सभी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं।
पुरुषों में हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण
वैसे तो ज्यादातर हार्ट अटैक के लक्षण पुरुष और महिलाओं में समान ही होते हैं लेकिन पुरुषों में हार्ट अटैक होने के दो लक्षण सबसे महत्वपूर्ण खास होते हैं।
1 खर्राटे लेना
ज्यादातर लोग सोते समय खर्राटे लेना को एक सामान्य प्रक्रिया समझते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। यदि आप सोते समय लगातार खर्राटे ले रहे हैं तो इसका मतलब है की ऑक्सीजन का हार्ट तक सही से ना पहुंच पाना और यह एक हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है इसके अलावा यदि किसी की नींद पूरी नहीं हो रही है या बहुत ही कम सो रहा है तो यह हार्ट अटैक के खतरे को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।
2 हाथ और पैरों में दर्द होना
यदि आपको टहलते समय पैरों में दर्द होती है और साथ ही पैरों में सूजन हो रही है, इसके अलावा बाएं हाथ में दर्द होना भी एक हार्ट अटैक का लक्षण है।
माइनर हार्ट अटैक के लक्षण
माइनर हार्ट अटैक को मेडिकल की भाषा में माइल्ड हार्ट अटैक भी कहा जाता है। जब भी किसी को हार्ट अटैक आने वाला होता है तो उसे व्यक्ति को कुछ महीने पहले या कुछ दिन पहले लोगों को माइनर हार्ट अटैक देखने को मिलता है हालांकि माइनर हार्ट अटैक से मनुष्य के जान का खतरा बहुत ही काम रहता है लेकिन फिर भी हार्ट अटैक एक गंभीर समस्या है और शुरुआत में माइनर हार्ट अटैक के लक्षण दिखते हैं यदि व्यक्ति से गंभीरता से नहीं लेता है और उनके लक्षणों को नजर अंदाज कर देता है तो यही माइनर हार्ट अटैक कुछ समय बाद गंभीर रूप ले लेता है माइनर हार्ट अटैक के भी कुछ लक्षण
सांस लेने में कठिनाई
सीने में भारीपन महसूस होना
गर्दन पीठ कंधे में दर्द होना
चक्कर आना
जी मिचलाना
यह सभी माइनर हार्ट अटैक के लक्षण है, लेकिन किसी भी मनुष्य को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
साइलेंट हार्ट अटैक
साइलेंट हार्ट अटैक भी पुरुषों तथा महिलाओं के लिए काफी खतरनाक होता है क्योंकि जैसे की नाम सही पता चलता है की साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण बहुत ही काम होते हैं। और जब भी किसी को साइलेंट हार्ट अटैक आता है तो इसके सीने में दर्द नहीं होता है हालांकि बहुत ही काम लक्षण महसूस होते हैं।
जिन लोगों की उम्र अधिक होती है उन लोगों को साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा भी ज्यादा रहता है क्योंकि साइलेंट हार्ट अटैक में लोगों के सीने में दर्द होने के बजाय सीने में जलन महसूस होती है। ऐसे में लोग इसे अपच या गैस की समस्या समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं।
हार्ट अटैक आने के कारण
हार्ट अटैक आने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इसमें सबसे मुख्य कारण यह है की नसों में खून जमा होने लगता है। और जब ब्लड सर्कुलेशन काम हो जाता है तो blood हार्ट तक नहीं पहुंच पाता है जिस वजह से हार्ट अटैक आता है। कुछ कारण ऐसे भी हैं जिनकी वजह से हार्ट अटैक आने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
1. कोलेस्ट्रॉल
मनुष्य के शरीर में दो प्रकार का कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है पहले गुड कोलेस्ट्रॉल तथा दूसरा बेड कोलेस्ट्रॉल जब बेड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है तो हार्ट अटैक आने की संभावना भी बढ़ जाती है इसलिए यह ध्यान अटैक से बचाना है तो सबसे जरूरी यह है कि कोलेस्ट्रॉल अपने सामान्य रेंज में रखना चाहिए। यदि आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आप अपने खाने में फाइबर बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा रोज व्यायाम करना चाहिए। जिससे आपका कोलेस्ट्रॉल काम हो जाएगा तथा हार्ट अटैक आने की संभावना बहुत ही कम हो जाएगी।
2. डायबिटीज
यदि कोई व्यक्ति डायबिटीज की समस्या से पीड़ित है तो यह उसके दिल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। क्योंकि जब किसी व्यक्ति को डायबिटीज की समस्या हो जाती है तो इस व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल कम होता है और बढ़ता है। और यह कंट्रोल में नहीं होने के कारण भी हार्ट अटैक आने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
3. अधिक उम्र का होना
ऐसे व्यक्तियों में भी हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है जिन लोगों की उम्र अधिक होती है समानता पुरुषों में 40 साल से अधिक और महिलाओं में 50 साल से अधिक उम्र में हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है।
4. धूम्रपान
ऐसे व्यक्ति जो लोग धूम्रपान का अधिक सेवन करते हैं उनका हार्ट अटैक पढ़ने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। क्योंकि जो लोग अधिक धूम्रपान करते हैं तो उनके हृदय तक ऑक्सीजन की मात्रा बहुत ही काम पहुंच पाती है जिस वजह से खून के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है। तो यदि आपको हार्ट अटैक से बचाना है तो धूम्रपान को तुरंत ही छोड़ दें।
5. हाई ब्लड प्रेशर
किसी व्यक्ति का हाई ब्लड प्रेशर होना भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। क्योंकि जब भी किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है तो दिल को कम करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिस दिल की मांसपेशियों पर दबाव पड़ने से दिल का दौरा पड़ सकता है।
6. पारिवारिक इतिहास
हार्ट अटैक की समस्या एक अनुवांशिकी समस्या भी है। क्योंकि अगर किसी व्यक्ति के परिवार में किसी को पहले हार्ट अटैक आया है तो बहुत ज्यादा संभावना है कि उसके आने वाली पीढ़ी के लोगों को भी हार्ट अटैक की संभावना हो सकती है। और आने वाली पीढ़ियों पर बहुत ही ज्यादा असर पड़ता है।
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
हार्ट अटैक से बचने के लिए व्यक्तियों को अधिक फाइबर वाले खाने का इस्तेमाल करना चाहिए साथ ही अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां फल अनाज और फिश को शामिल करना चाहिए।
शरीर में यदि किसी भी प्रकार के लक्षण दिख रहे हैं जैसे सीने में भारीपन महसूस होना सांस लेने में कठिनाई होना या असामान्य थकान तो इस चीज को बिल्कुल भी नजर अंदाज न करें।
जिन लोगों को पहले से ही हृदय रोग की समस्या है उन लोगों को समय-समय पर अपनी जांच अवश्य करनी चाहिए तथा डॉक्टर से सलाह भी लेते रहना चाहिए।
अपने वजन पर ध्यान दें अपने शरीर का वजन ज्यादा न बढ़ने दें।
अपने फिटनेस पर ध्यान दें रोजाना व्यायाम करें मेडिटेशन करें तथा संतुलित भोजन करें।
हार्ट अटैक आने पर क्या करना चाहिए
हार्ट अटैक एक ऐसी समस्या है जिसमें बहुत ही कम समय मिलता है लोगों को बचाने के लिए तो इसलिए यदि किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है तो उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाए अगर उसे अस्पताल पहुंचने में थोड़ी सी भी देरी होती है तो इसमें उसकी जान भी जा सकती है।
इसलिए अगर आपको अपने आसपास किसी भी इंसान में हार्ट अटैक के लक्षण दिखाई दें तो आप तुरंत इमरजेंसी मेडिकल सर्विस को कॉल करें। यह किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आ गया है और मरीज बेहोश हो गया है तो उसे तुरंत सीपीआर दें इसके अलावा अगर आपके पास कोई दवाई जैसे डिस्प्रिन या Ashpirin तो तुरंत रोगी को दें।
क्योंकि यह ऐसी दवाई है जो खून में थक्कों को बनने से रोकते हैं