हार्ट अटैक के लक्षण, कारण (Heart Attack Symptoms, Reason)

हार्ट अटैक के लक्षण, कारण (Heart Attack Symptoms, Reason)

हार्ट अटैक के लक्षण, कारण (Heart Attack Symptoms, Reason)

आज हम यहां जानेंगे कि हार्ट अटैक क्या होता है इसके लक्षण,कारण और इसका निवारण क्या होता है। हार्ट अटैक उसे स्थिति को कहा जाता है जब किसी मनुष्य के शरीर में खून की सप्लाई सही ढंग से नहीं हो पाती है तो उसे समय शरीर में खून जमने से ब्लड क्लोटिंग की क्रिया शुरू हो जाती है और इस स्थिति में मनुष्य के दिल तक ब्लड नहीं पहुंच पाता है और जिस कारण दिल को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है और इस स्थिति को ही हार्ट अटैक कहते हैं। और इसे मेडिकल की भाषा में हार्ट अटैक को(Myocardial Infarction) भी कहा जाता है।

वैसे तो हार्ट अटैक मनुष्य के लिए बहुत ही खतरनाक होता है लेकिन यदि उनके लक्षणों को पहचान कर और सही समय पर सही इलाज किया जाए तो आसानी से जान बचाई जा सकती है।

 

कॉमन हार्ट अटैक के लक्षण 

सभी व्यक्तियों में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग होते हैं कुछ लोगों में हार्ट अटैक होने के समय काफी तेज दर्द का एहसास होता है तो वहीं कुछ लोगों को हार्ट अटैक के दौरान कम दर्द का एहसास होता है। लेकिन सभी व्यक्तियों में जब भी हार्ट अटैक आने की संभावना होती है तो कुछ आम लक्षण

1 सीने में दर्द होना (Chest Pain)

2 जकड़न होना (Tightness)

3 दोनों कंधों में दर्द (Shoulder Pain)

4 थकान महसूस होना (Tiredness)

5 सोने में परेशानी। (Trouble sleeping)

6 दिल की धड़कन का काफी तेज होना (Fast Heartbeat)

7 सांस फूलना (Breathlessness)

हार्ट अटैक आने पर जो सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं वह सभी लक्षण ऊपर बताए गए हैं लेकिन फिर भी जब किसी मनुष्य को हार्ट अटैक आता है तो सबसे पहले लोगों के सीने में तेज दर्द शुरू हो जाता है और यह ज्यादातर पुरुषों के साथ ही होता है महिलाओं के साथ नहीं। इसलिए जरूरी नहीं है कि यह लक्षण सिर्फ पुरुषों में ही पाए जाते हैं यह लक्षण स्त्रियों में भी हो सकते हैं। इसलिए सभी महिलाओं को हार्ट अटैक के इन लक्षणों को बिल्कुल नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।

महिलाओं में हार्ट अटैक के संकेत 

महिलाओं में हार्ट अटैक के संकेत

महिलाओं में भी हार्ट अटैक के कुछ लक्षण होते हैं जैसे की 

1 जबड़े में दर्द होना 

जिस प्रकार पुरुषों में हार्ट अटैक आने पर उनके सीने में तेज दर्द शुरू हो जाता है। ठीक उसी प्रकार महिलाओं में भी जब हार्ट अटैक आता है तो उसका पहला और सामान्य लक्षण है, उनके जबड़े में दर्द होना और यह लक्षण पुरुष की तुलना में महिलाओं में ज्यादा ही देखे जाते हैं।

 

2 शरीर के ऊपरी भाग में दर्द 

महिलाओं में हार्ट अटैक का दूसरा लक्षण यह है कि महिलाओं के सीने में और स्तन में दर्द होने के साथ-साथ शरीर के ऊपरी हिस्से में जैसे की गर्दन, पीठ, दांत, हाथ और कंधे की हड्डी में भी तेज दर्द होता है। ऐसे लक्षण महसूस होने पर महिलाओं को समझ आना चाहिए कि उन्हें हार्ट अटैक आया है।

3 बेचैनी और कमजोरी महसूस होना 

बेचैनी और कमजोरी महसूस होना भी महिलाओं में हार्ट अटैक का एक सामान्य लक्षण है जब भी कभी बेचैनी और कमजोरी महसूस होने साथ ही चक्कर आना, सिर घूमना, जी मिचलाना, उल्टी होना, और पेट खराब होना यदि ऐसे लक्षण दिखाई दे, तो समझना चाहिए कि उन्हें हार्ट अटैक की समस्या हुई है।

 

4 पसीना आना 

अचानक से काफी ज्यादा पसीना आना भी महिलाओं में हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है। ज्यादातर महिलाओं की उम्र जब 40 साल से अधिक हो जाती है। तो महिलाओं में हारमोंस के बदलाव के कारण अचानक पसीना आना नॉर्मल होता है लेकिन जब कभी अचानक बहुत ही ज्यादा पसीना आने लगे साथ ही ठंड लगने लगे तो यह सभी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं।

पुरुषों में हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण 

वैसे तो ज्यादातर हार्ट अटैक के लक्षण पुरुष और महिलाओं में समान ही होते हैं लेकिन पुरुषों में हार्ट अटैक होने के दो लक्षण सबसे महत्वपूर्ण खास होते हैं। 

1 खर्राटे लेना 

ज्यादातर लोग सोते समय खर्राटे लेना को एक सामान्य प्रक्रिया समझते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। यदि आप सोते समय लगातार खर्राटे ले रहे हैं तो इसका मतलब है की ऑक्सीजन का हार्ट तक सही से ना पहुंच पाना और यह एक हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है इसके अलावा यदि किसी की नींद पूरी नहीं हो रही है या बहुत ही कम सो रहा है तो यह हार्ट अटैक के खतरे को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।

2 हाथ और पैरों में दर्द होना 

यदि आपको टहलते समय पैरों में दर्द होती है और साथ ही पैरों में सूजन हो रही है, इसके अलावा बाएं हाथ में दर्द होना भी एक हार्ट अटैक का लक्षण है।

माइनर हार्ट अटैक के लक्षण 

माइनर हार्ट अटैक को मेडिकल की भाषा में माइल्ड हार्ट अटैक भी कहा जाता है। जब भी किसी को हार्ट अटैक आने वाला होता है तो उसे व्यक्ति को कुछ महीने पहले या कुछ दिन पहले लोगों को माइनर हार्ट अटैक देखने को मिलता है हालांकि माइनर हार्ट अटैक से मनुष्य के जान का खतरा बहुत ही काम रहता है लेकिन फिर भी हार्ट अटैक एक गंभीर समस्या है और शुरुआत में माइनर हार्ट अटैक के लक्षण दिखते हैं यदि व्यक्ति से गंभीरता से नहीं लेता है और उनके लक्षणों को नजर अंदाज कर देता है तो यही माइनर हार्ट अटैक कुछ समय बाद गंभीर रूप ले लेता है माइनर हार्ट अटैक के भी कुछ लक्षण 

सांस लेने में कठिनाई 

सीने में भारीपन महसूस होना

गर्दन पीठ कंधे में दर्द होना

चक्कर आना

जी मिचलाना

यह सभी माइनर हार्ट अटैक के लक्षण है, लेकिन किसी भी मनुष्य को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

साइलेंट हार्ट अटैक 

साइलेंट हार्ट अटैक भी पुरुषों तथा महिलाओं के लिए काफी खतरनाक होता है क्योंकि जैसे की नाम सही पता चलता है की साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण बहुत ही काम होते हैं। और जब भी किसी को साइलेंट हार्ट अटैक आता है तो इसके सीने में दर्द नहीं होता है हालांकि बहुत ही काम लक्षण महसूस होते हैं। 

जिन लोगों की उम्र अधिक होती है उन लोगों को साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा भी ज्यादा रहता है क्योंकि साइलेंट हार्ट अटैक में लोगों के सीने में दर्द होने के बजाय सीने में जलन महसूस होती है। ऐसे में लोग इसे अपच या गैस की समस्या समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं।

हार्ट अटैक आने के कारण 

हार्ट अटैक आने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इसमें सबसे मुख्य कारण यह है की नसों में खून जमा होने लगता है। और जब ब्लड सर्कुलेशन काम हो जाता है तो blood हार्ट तक नहीं पहुंच पाता है जिस वजह से हार्ट अटैक आता है। कुछ कारण ऐसे भी हैं जिनकी वजह से हार्ट अटैक आने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। 

1. कोलेस्ट्रॉल 

मनुष्य के शरीर में दो प्रकार का कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है पहले गुड कोलेस्ट्रॉल तथा दूसरा बेड कोलेस्ट्रॉल जब बेड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है तो हार्ट अटैक आने की संभावना भी बढ़ जाती है इसलिए यह ध्यान अटैक से बचाना है तो सबसे जरूरी यह है कि कोलेस्ट्रॉल अपने सामान्य रेंज में रखना चाहिए। यदि आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आप अपने खाने में फाइबर बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा रोज व्यायाम करना चाहिए। जिससे आपका कोलेस्ट्रॉल काम हो जाएगा तथा हार्ट अटैक आने की संभावना बहुत ही कम हो जाएगी।

2. डायबिटीज 

यदि कोई व्यक्ति डायबिटीज की समस्या से पीड़ित है तो यह उसके दिल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। क्योंकि जब किसी व्यक्ति को डायबिटीज की समस्या हो जाती है तो इस व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल कम होता है और बढ़ता है। और यह कंट्रोल में नहीं होने के कारण भी हार्ट अटैक आने के चांसेस बढ़ जाते हैं।

3. अधिक उम्र का होना 

ऐसे व्यक्तियों में भी हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है जिन लोगों की उम्र अधिक होती है समानता पुरुषों में 40 साल से अधिक और महिलाओं में 50 साल से अधिक उम्र में हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है। 

4. धूम्रपान 

ऐसे व्यक्ति जो लोग धूम्रपान का अधिक सेवन करते हैं उनका हार्ट अटैक पढ़ने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। क्योंकि जो लोग अधिक धूम्रपान करते हैं तो उनके हृदय तक ऑक्सीजन की मात्रा बहुत ही काम पहुंच पाती है जिस वजह से खून के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है। तो यदि आपको हार्ट अटैक से बचाना है तो धूम्रपान को तुरंत ही छोड़ दें।

5. हाई ब्लड प्रेशर 

किसी व्यक्ति का हाई ब्लड प्रेशर होना भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। क्योंकि जब भी किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है तो दिल को कम करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिस दिल की मांसपेशियों पर दबाव पड़ने से दिल का दौरा पड़ सकता है। 

6. पारिवारिक इतिहास 

हार्ट अटैक की समस्या एक अनुवांशिकी समस्या भी है। क्योंकि अगर किसी व्यक्ति के परिवार में किसी को पहले हार्ट अटैक आया है तो बहुत ज्यादा संभावना है कि उसके आने वाली पीढ़ी के लोगों को भी हार्ट अटैक की संभावना हो सकती है। और आने वाली पीढ़ियों पर बहुत ही ज्यादा असर पड़ता है।

हार्ट अटैक से बचने के उपाय 

हार्ट अटैक से बचने के लिए व्यक्तियों को अधिक फाइबर वाले खाने का इस्तेमाल करना चाहिए साथ ही अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां फल अनाज और फिश को शामिल करना चाहिए। 

शरीर में यदि किसी भी प्रकार के लक्षण दिख रहे हैं जैसे सीने में भारीपन महसूस होना सांस लेने में कठिनाई होना या असामान्य थकान तो इस चीज को बिल्कुल भी नजर अंदाज न करें।

जिन लोगों को पहले से ही हृदय रोग की समस्या है उन लोगों को समय-समय पर अपनी जांच अवश्य करनी चाहिए तथा डॉक्टर से सलाह भी लेते रहना चाहिए।

अपने वजन पर ध्यान दें अपने शरीर का वजन ज्यादा न बढ़ने दें।

अपने फिटनेस पर ध्यान दें रोजाना व्यायाम करें मेडिटेशन करें तथा संतुलित भोजन करें।

हार्ट अटैक आने पर क्या करना चाहिए 

हार्ट अटैक एक ऐसी समस्या है जिसमें बहुत ही कम समय मिलता है लोगों को बचाने के लिए तो इसलिए यदि किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है तो उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाए अगर उसे अस्पताल पहुंचने में थोड़ी सी भी देरी होती है तो इसमें उसकी जान भी जा सकती है।

इसलिए अगर आपको अपने आसपास किसी भी इंसान में हार्ट अटैक के लक्षण दिखाई दें तो आप तुरंत इमरजेंसी मेडिकल सर्विस को कॉल करें। यह किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आ गया है और मरीज बेहोश हो गया है तो उसे तुरंत सीपीआर दें इसके अलावा अगर आपके पास कोई दवाई जैसे डिस्प्रिन या Ashpirin तो तुरंत रोगी को दें।

क्योंकि यह ऐसी दवाई है जो खून में थक्कों को बनने से रोकते हैं

 

वियाग्रा से मौत! 200 मिलीग्राम लेकर फंसा था मुश्किल में, कही आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती

वियाग्रा लेने का सही तरीका 

इन दिनों वियाग्रा को लेकर एक मामला काफी चर्चा में है, और यह मामला है मुंबई का। आपको बता दें कि यहां एक व्यक्ति ने खुद स्वीकार किया है कि उसने सेक्स वर्धक दवाई वियाग्रा का ओवरडोज ले लिया है इस व्यक्ति की उम्र 41 साल है। जिस कारण उसकी मौत हो गई। बिल्कुल इसी घटना की तरह ही प्रयागराज में 2 साल पहले एक घटना घटी थी, जब 28 साल के व्यक्ति ने जून 2022 में उत्साह और पूरी जानकारी के अभाव में वियाग्रा का ओवरडोज ले लिया था और अपनी जिंदगी को खतरे में डाल दिया था।

उसे लड़के की हाल ही में शादी हुई थी और उसने अपनी शादीशुदा जिंदगी को और अधिक रोमांटिक बनाने के चक्कर में अपने दोस्तों की बात मान ली, लेकिन उसे यह नहीं पता था की दोस्तों की यह सलाह उसकी जिंदगी में कई परेशानियां लाकर खड़ा कर देगा। डॉक्टर ने अपने पूरे प्रयास से ऑपरेशन करके उसे बचा तो लिया लेकिन उसकी समस्याएं शायद उसे अपनी जिंदगी भर परेशान करती रहेगी। इस खबर में आगे जानेंगे कि प्रयागराज के लड़के की पूरी कहानी के साथ-साथ डॉक्टर की सलाह के बारे में

 

जानिए क्या हुआ था युवक के साथ?

अभी शादी को कुछ दिन ही हुए थे कि युवक अपने मैरिड लाइफ को और अधिक रोमांटिक बनाने के बारे में सोचा और उसने अपने दोस्तों से सलाह ली। दोस्तों ने सलाह दी की वियाग्रा के सेवन से शादीशुदा जिंदगी और अधिक रोमांटिक हो जाएगी। युवक ने दोस्तों की बात मान ली और पहले तो उसने सिर्फ 25 से 30 मिलीग्राम की वियाग्रा टैबलेट ली। इतना डोज लेने के बाद युवक को कोई भी नुकसान नहीं हुआ,  लेकिन बाद में दोस्तों के कहने पर उसने डोज बढ़ाकर 200 मिलीग्राम कर दिया, जिससे उसकी हालत खराब हो गई।

 

जब बिगड़ने लगी अचानक हालत 

वियाग्रा का ओवरडोज लेने के बाद पहले तो कुछ नहीं हुआ लेकिन धीरे-धीरे जैसे समय बीतता गया उसकी हालत बिगड़ने लगी। युवक की स्थिति इतनी ज्यादा गंभीर हो गई की 20 दिन गुजरने के बाद भी युवक के निजी अंग सामान्य नहीं हो पाया। उसे दौरान उसे दूसरे प्रकार की भी शारीरिक समस्या होने लगी। जब पत्नी ने यह स्थिति देखी तो वह नाराज होकर अपने मायके चली गई, हालांकि बाद में ससुराल वालों के कहने पर वह वापस लौटी और अपने पति को अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन युवक की हालत जब सामान्य ना हुई तो वह फिर से अपने मायके चली गई।. 

 

ऑपरेशन के बाद आई ये समस्या

युवक को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया तो डॉक्टरों ने पहले तो उसका इलाज करने से मना कर दिया लेकिन बाद में युवक के घर वालों ने रिक्वेस्ट की तो डॉक्टर ने इस कार्य को एक चुनौती के रूप में लेते हुए ऑपरेशन किया। युवक का ऑपरेशन करने के बाद उसके हालात में थोड़ा बहुत तो सुधार हुआ लेकिन पूरी तरीके से सुधार नहीं हुआ उसके बाद डॉक्टर ने बताया कि युवक का निजी अंग अब कभी भी पूरी तरीके से सामान्य नहीं हो पाएगा।

 

पेनाइल प्रोस्थेसिस ऑपरेशन ने दिया नई जिंदगी का सहारा

मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल (एस आर एन) के यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों की एक विशेष टीम ने लगभग ढाई घंटे तक चले दुर्लभ ऑपरेशन में युवक को पेनाइल प्रोस्थेसिस प्रत्यारोपित किया. इस ऑपरेशन की प्रक्रिया के दौरान युवक के गुप्तांग में दिल्ली से मंगाई गई 35,000 रुपये की पेनाइल प्रोस्थेसिस डिवाइस लगाई गई. डॉक्टरों के काफी प्रयास करने के बाद उसे युवक को एक तरह से नई जिंदगी तो मिली लेकिन इससे अन्य लोगों को समझने की जरूरत है, की कोई भी दवाई किसी अनजान व्यक्ति या किसी दोस्त के कहने पर न ले। जब भी कोई दवाई लेनी हो तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेना बहुत ही जरूरी है,  डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही किसी भी दवाई का सेवन करें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है।

 

डॉक्टरों की सलाह- सावधानी ही सुरक्षा

इस घटना पर डॉक्टरों ने बताया है कि यदि किसी को वियाग्रा का सेवन करना है तो वह आमतौर पर 25 से 30 मिलीग्राम की दवाई का सेवन कर सकता है और वह भी डॉक्टर की सलाह लेने के बाद। प्रयागराज जैसे युवक की तरह वियाग्रा का ओवरडोज बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है, और जीवन भर परेशानी का कारण बन सकता है।इस घटना पर डॉक्टरों ने बताया कि आमतौर पर वियाग्रा की खुराक 25 से 30 मिलीग्राम लेनी चाहिए, और वह भी केवल डॉक्टर की सलाह पर ली जानी चाहिए. वियाग्रा जैसी दवाओं का ओवरडोज खतरनाक साबित हो सकता है। डॉक्टर ने यह भी बताया कि इस प्रकार की समस्याओं से बचने के लिए सभी व्यक्तियों को ऐसी दावों का सेवन करने से पहले किसी योग्य डॉक्टर से सलाह अवश्य ही लेनी चाहिए डॉक्टर के इस प्रयास से चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया अध्याय तो जुड़ गया लेकिन इस घटना से सभी व्यक्तियों को यह सबक लेना चाहिए कि जानकारी के अभाव में ली गई दवाई गंभीर समस्या पैदा कर सकती है। अब यह घटना केवल प्रयागराज के लिए ही नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए एक सीख बन चुकी है ऐसे में यह बहुत जरूरी है लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहे और बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के किसी भी दवाई का सेवन न करें। किसी भी दवाई का सेवन करने से पहले योग्य डॉक्टर से सलाह अवश्य लेना चाहिए।

 

जानिए कैसे हुई वियाग्रा की खोज

दरअसल अमेरिका की एक कंपनी फाइजर हार्ट की एक समस्या एंजाइना पर काम कर रही थी। एंजाइना वह समस्या है जिसमें हार्ट तक खून पहुंचने वाली नशे सिकुड़ जाती है। फाइजर की टीम ने एक नया कंपाउंड sildenafil  बनाया ।

इस कंपाउंड का प्रयोग सबसे पहले जानवरों पर किया गया। डॉक्टर ने जब देखा इसका प्रयोग जानवरों का करने पर कोई भी साइड इफेक्ट नहीं हुआ तो फिर इन्होंने इसका प्रयोग इंसानों पर किया। इस प्रयोग के दौरान देखा गया कि रक्त वाहिकाओं का फैलाव हृदय में नहीं बल्कि लिंग में था। दवा काम तो कर गई लेकिन पुरुष के निजी अंग पर डॉक्टर ने यह देखा की दवा काम तो कर रही है एक समस्या है जिसका नाम है इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानी पुरुष नपुंसकता।

पुरुष नपुंसकता की समस्या को दूर करती दिख रही थी ऐसे में इस पर और भी एक्सपेरिमेंट शुरू हुई है और अंत में 1996 में कंपनी को इस दवा के लिए पेटेंट मिला और तब से ही यह दवाई आजकल बाजारों में उपलब्ध हो गई है।

जल्दी से वजन कैसे घटाएं “How To Loose Weight Quickly”

आज के समय में हर व्यक्ति फिट रहना चाहता है क्योंकि मोटा व्यक्ति देखने में भी अच्छा नहीं लगता है। यदि एक बार किसी व्यक्ति का वजन बढ़ जाए तो उसे कम करना थोड़ा जटिल कार्य हो जाता है। पर यदि आप मेहनत करें और धैर्य रखें तो आप भी अपना वजन घट सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे तरीकों की बात करेंगे जिनके जरिए आप स्वस्थ तरीके से और जल्दी से अपना वजन कम कर सकते हैं।

1. खाने का बैलेंस बनाएं

 

यदि आप अपना वजन घटाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपना खाना बैलेंस करना होगा। आपको ऐसे खाद्य पदार्थों से बचाना है जिसमें ज्यादा कैलोरी होती है। और ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना है इसमें प्रोटीन फाइबर और विटामिन भरपुर मात्रा में हो।

जैसे फल और सब्जियां इनमें कैलोरी कम होती है तथा फाइबर ज्यादा होती है जिससे आपको कम खाना खाने पर ही पेट भरने का एहसास हो जाता है।

और दूसरे प्रकार के खाद्य पदार्थ जैसे चिकन मछली एंड नट्स दाल किन चीजों का सेवन अधिक करें।

2 एक्सरसाइज व योग

 




व्यायाम करने से शरीर में मेटाबॉलिज्म बढ़ता है जिससे कैलोरी जल्दी बर्न होती है।

व्यायाम में आपको रोजाना सुबह दौड़ सकते हैं , साइकिल चला सकते हैं, स्विमिंग कर सकते हैं। इससे शरीर का वजन बहुत ही जल्दी घटने लगता है। क्योंकि इस प्रकार की एक्सरसाइज करने से शरीर में कैलोरी जल्दी से बर्न होती है।

 

जैसा कि मैंने बताया था कि योग और एक्सरसाइज से शरीर का वजन घट सकते हैं तो ऊपर तो मैं एक्सरसाइज के तरीके बता दिए हैं और योग करने से आपका मानसिक तनाव कम होता है और मानसिक तनाव कम होने से शरीर का वजन जल्दी नहीं बढ़ता है लेकिन यदि आप ज्यादा मानसिक तनाव लेंगे, तो इससे आपके शरीर का वजन जल्दी से पढ़ने लगता है

 

3.अधिक से अधिक पानी का उपयोग

अधिक से अधिक पानी के सेवन से भी आप अपना वजन घटा सकते हैं क्योंकि अधिक पानी पीने से शरीर में मेटाबॉलिज्म की क्रिया बढ़ जाती है जिससे हमारे शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं उसके अलावा पानी पीने से हमको भूख भी थोड़ी कम लगती है। जिसकी वजह से हम कम ही खाना खाते हैं।

4. पर्याप्त नींद ले

जब आप पूरी नींद नहीं लेते हैं कैसे हमारे शरीर का हार्मोनल संतुलन बिगड़ जाता है और हमारे शरीर का वजन बढ़ने लगता है इसलिए आपको कम से कम सात आठ घंटे के लिए रोजाना अवश्य लेनी चाहिए।

5. अधिक मीठा व जंक फूड से बचे 

 

अधिक मीठे व जंक फूड का इस्तेमाल करने से हमारे शरीर को कैलोरी अधिक मिलती है जिससे हमारे शरीर में फैट जमा होने लगती है। क्योंकि मीठे व जंक फूड में पोषक तत्व की भी कमी होती है इसलिए हमको जंक फूड से बचना चाहिए तथा हो सके तो ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां हुआ सलाद का इस्तेमाल करना चाहिए।

6. चीनी से दूर रहे

अधिक चीनी के इस्तेमाल से भी हमारे शरीर का वजन बढ़ सकता है क्योंकि चीनी में अधिक मात्रा में कैलोरी होती है इसके कारण भी हमारे शरीर में फैट जमा होने लगती है तो हो सके जितना भी इससे से दूर रहे अगर आपको कुछ मीठे में लेना ही है तो आपके शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं या गुड़ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं

7. भोजन समय पर ही खाएं

 मैं आपसे यह कहना चाहता हूं कि आप डेली अपना खाना सहीं समय पर ही खाएं तथा सही मात्रा में खाएं और शाम को खाना जल्दी खा लें। खाना देर रात में खाने से बचे क्योंकि रात में हमारे शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया धीरे हो जाती है। जिससे हमारे शरीर को खाना पचाने में समय लगता है।

 

निष्कर्ष :

यदि आप अपना वजन जल्दी से घटाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कड़ी मेहनत करने के साथ-साथ धैर्य रखने की भी आवश्यकता होगी। आप संतुलित आहार लेकर व नियमित एक्सरसाइज करके आप अपने वजन को आसानी से घटा सकते हैं। मैं आपसे यह भी कहना चाहूंगा कि जल्दी वजन घटाने के चक्कर में किसी भी प्रकार की दवाइयों के चक्कर में नहीं पड़ना क्योंकि इससे हमारे शरीर को बहुत ही ज्यादा नुकसान हो सकता है। लेकिन यदि आप ऊपर बताए गए नियमों के हिसाब से अपने दिनचर्या में बदलाव लाएंगे तो अवश्य ही आपको अपना वजन घटाने में कामयाब होंगे।